फिर लौट आई करोना, कारण सरकार की आपराधिक लापरवाही

देश Covid-19 pandemic के second nationwide wave से ग्रसित है। ऐसे में हमे हल्की बात करने वाले संवेदनहीन प्रतिक्रियओं पर ध्यान नही देना चाहिए। यह वह वक्त है जब हम जैसे जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती हैं कि हम अपने शोध और प्रमाणिक तथ्यों के आधार पर ही सही व गलत का विवेचन कर सरकार की नाकामियों को सब तक पहुचाएं। 


लोगों को यह जानना ज़रूरी है की सरकारें कोई भी हो -- केंद्र की या राज्यों की, किस तरह सरकारें कारोना महामारी के प्रति अपनी आपराधिक लापरवाहियों को छिपा रही है। इसका विस्तार से तफ्तीश करना बहुत ज़रूरी है। 


खुलासा करूँगा। नकाब हटाना इसलिए भी ज़रूरी है कि जो पढ़ते लिखते नही है और छिछोरी forwarded posts के माध्यम से अपने लापरवाह नेताओं की नाकामियों को नज़रन्दाज़ करने हेतु उन्हें larger-than-life के रूप में पेश करते है। इन्ही भटकाने में जुटे तत्वों को सामने भी लाना है। खुलासा उनका भी होगा।


मैं सामने लाऊंगा 

1. सरकार की data छिपाने की प्रवृत्ति,

2. UP में श्मशान घाटों के किनारे टीन की चादरों की दीवार लगाने की चालाकी कि media वाले श्मशान में जलते चिताओं के फ़ोटो न ले सकें, 

3. MP में सरकारी data चिताओं के जलने की संख्या से match न करने का सच, 

4. झारखण्ड में एक लड़की अस्पताल के पार्किंग लॉट में अपने पिता के इलाज के लिए डॉक्टर डॉक्टर चिल्लाती रह गई और उसका पिता दम तोड़ देता है, 

5. छत्तीसगढ़ का मुख्य मंत्री असम में चुनाव प्रचार में मस्त है और दुर्ग में चिताओं का अंबार लगा है, 

6. महाराष्ट्र में Collectorate के बाहर remdesivir injection के मांग को लेकर धरना, 

7. UP और Gujarat अपने जोड़ तोड़ में लगी है कि remdesivir injection आये के न आय, 

8. उत्तराखंड में विज्ञान से बड़ा आस्था का पाठ CM द्वारा पढ़ाना और कुम्भ मेले की राजनीति में अपने स्वार्थ को चमकाने कोशिश और आस्था के नाम पर केंद्र सरकार का लाखो लोगों की जीवन को जोखम में डालने की नरम रवय्या, mask और social distancing पर पूरा अनियंत्रण और नाकामी,

9. दिल्ली में  एक bed में दो दो कोविद संक्रमित के लेटे होने की तस्वीरें आना,

10. गुजरात में एम्बुलेंस की कतारों का लगे होने का सच,

11. चुनाव भी कोविड की दूसरी लहर का एक महत्वपूर्ण कारण बना आदि आदि ...

 

यह तो ज़मीनी हकीकत है कि सत्तापक्ष ने देश के लोगों को एक बहुत ही जोखम भरे खतरे के स्थिति में डाल दिया है। इन सब का विस्तार से खुलासा करना बहुत ज़रूरी है। बहुत ही खेद की बात है कि इसके बावजूद भी भक्तगण हम जैसे निष्पक्ष सोच रखने वालों को और सरकार की नालायकी पर सवाल उठाने वालों के मुँह से सरकार की  तारीफ सुनना चाहती हैं!!


Corona के दोबारा वापसी के प्रति सरकार की आपराधिक लापरवाहीयों को विस्तार से जानीये। शाशन, प्रशाशन की तत्परता और मुस्तैदी की कोई तैयारी ही नहीं थी।

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